Essay on Cuckoo in Sanskrit
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कोकिलः / पिकः इति विषये संस्कृते निबन्धः।
कोकिलः मम प्रियः खगः अस्ति। सः अतीव लोकप्रियः विहगः अस्ति। तस्य अन्यानि नामानि अपि सन्ति। तानि वनप्रियः पिकः परभृतः च।
कोकिलस्य शरीरस्य वर्णः कृष्णः अस्ति। तस्य चञ्चुः पीता अस्ति।
कोकिलः तस्य मधुराय गीताय प्रख्यातः। सः आम्रवृक्षे तस्य नीडे अतीव मधुरं गायति। यदा वर्षा भविष्यति मेघागमनं च भवति, तदैव कोकिलः गायति, इति मन्यते। कोकिलस्य गायनप्रसिद्धेः कारणात् एकस्य कुशलगायकस्य कोकिलेन सह एव उपमानं कृतम्।
परन्तु, कोकिलः केवलं गायनाय न प्रख्यातः। कोकिलखगेषु बुद्धिः चातुर्यं च वर्तते। कोकिलः कदापि स्वनीडं न रचयति। कोकिला अण्डानि काकानां नीडेषु ददाति। अनेन कोकिलः स्व-अपत्यानां पालनं न करोति। कोकिल-अपत्यानां पोषणं काकैः एव कृतम्।
कोकिलकाकयोः मध्ये यः भेदः अस्ति, तस्य वर्णनं नैकासु रचनासु कृतम्। तस्मिन् एव विषये, एकं प्रसिध्दं सुभाषितं वर्तते –
काकः कृष्णः पिकः कृष्णः को भेदः पिककाकयोः।
वसन्तसमये प्राप्ते काकः काकः पिकः पिकः॥
Essay on Cuckoo
The cuckoo is my favourite bird. It is liked by everyone. It has other names, too. They are – Vanapriya, Pika and Parabhrta.
The colour of the cuckoo’s body is black. It’s beak is yellow.
The bird is well-known for its melodious voice. It sings in its nest in the mango tree. It is believed to sing when it is going to rain or when rain-clouds arrive. A good singer is always compared to the cuckoo because of its well-known and melodious voice.
But, the cuckoo is not only famous for singing. The cuckoo bird is also intelligent and clever. Cuckoo never builds its own nest. The cuckoo lays its eggs in the nest of the crow. This prevents the cuckoo from taking care of its children. The cuckoo chicks are fed by the crows.
The difference between the crow and the cuckoo bird has been written about multiple times. Based on that difference, following is a well-known Subhashita –
The cuckoo is black, so is the crow. Then, what is the difference between them? During springtime, the cuckoo sings with its melodious voice, but the crow cannot sing and only caws with its hoarse voice and the difference between them can be seen.
कोयल पर निबंध
कोयल मेरा प्रिय पक्षी है। यह सभी को पसंद आता है। इसके और भी नाम हैं। वे हैं – वानप्रिया, पिक और परभृत।
कोयल के शरीर का रंग काला होता है। इसकी चोंच पीली होती है।
यह पक्षी अपनी सुरीली आवाज के लिए जाना जाता है। यह आम के पेड़ में अपने घोंसले में गाती है। ऐसा माना जाता है कि यह तब गाती है जब बारिश होने वाली होती है या जब बारिश के बादल आते हैं। एक अच्छे गायक की तुलना हमेशा कोयल से की जाती है क्योंकि उसकी सुप्रसिद्ध और मधुर आवाज होती है।
लेकिन, कोयल सिर्फ गाने के लिए ही प्रसिद्ध नहीं है। कोयल पक्षी में बुद्धि और चतुराई होती है। कोयल कभी अपना घोंसला नहीं बनाता। कोयल अपने अंडे कौवे के घोंसले में देती है। कोयल अपने बच्चों की देखभाल नहीं करता । कोयल के बच्चों को कौवे पालते हैं।
कौवे और कोयल पक्षी के बीच के अंतर के बारे में कई बार लिखा गया है। इसी अंतर के आधार पर एक सुप्रसिद्ध सुभाषित निम्नलिखित है –
कोयल पक्षी और कौआ दोनों का रंग काला है, तो उनमें क्या अंतर है? बसंत के मौसम में कोयल पक्षी बहुत अच्छा गाती है, लेकिन कौआ कुछ नहीं कर सकता सिवाय काव के और उनके बीच का अंतर महसूस हो जाता है।