Essay on Deer in Sanskrit
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हरिणः इति विषये संस्कृते निबन्धः।
हरिणः वने वसति। मृगः इति तस्य अन्यं नाम।
तस्य वर्णः पिङ्गलः। तस्य चत्वारः कृशाः पादाः सन्ति। अतः सः बहुशीघ्रं धावति। हरिणस्य द्वे शृङ्गे अपि स्तः। एकस्मिन् शृङ्गे नैकाः लघवः शाखाः सन्ति। तस्य द्वे नेत्रे निर्मले स्तः। केषाञ्चन हरिणानां शरीरे श्वेताः बिन्दवः सन्ति।
हरिणस्य व्यवहारः हिंस्त्रः नास्ति। सः शान्तिपूर्णं जीवनं जीवति। सः पत्राणि तृणानि च खादति। सिंहः व्याघ्रः च हरिणं खादतः।
केचन जनाः हरिणं मारयन्ति। इदं न करणीयम्। हरिणः अपि जीवः अस्ति, अतः तस्य पालनं रक्षणं च कर्तव्ये।
हरिणः लोकप्रियः पशुः अस्ति। तस्य शान्तस्वभावस्य कारणात् सः मम अपि प्रियः अस्ति।
Essay on Deer
The deer lives in the forest. ‘Mriga’ is its name.
The deer is brown in colour. It has four thin legs. So it can run very fast. The deer also has two antlers. Each antler has many small branches. It has two calm eyes. Some deer have white spots on their body.
The deer is not a violent animal. It lives a peaceful life. It eats leaves and grass. Lions and tigers hunt deer.
Some people poach deer. This should not be done. The deer is also a living being, so it must be protected.
The deer is loved by all. I like the deer too because of its gentle nature.
हिरन पर निबंध
हिरन जंगल में रहता है। मृग इसका दूसरा नाम है।
हिरन का रंग भूरा होता है। इसके चार पतले पैर हैं। यह बहुत तेज दौड़ सकता है। हिरन के दो सींग होते हैं। प्रत्येक सींग की कई छोटी शाखाएँ होती हैं। इसकी दो शांत आंखें हैं। कुछ हिरणों के शरीर पर सफेद धब्बे होते हैं।
हिरन हिंसक जानवर नहीं है। यह शांतिपूर्ण जीवन जीता है। यह पत्ते और घास खाता है। शेर और बाघ हिरन का शिकार करते हैं।
कुछ लोग हिरन का शिकार करते हैं। ऐसा नहीं किया जाना चाहिए। हिरन भी एक जीवित प्राणी है, इसलिए उसकी रक्षा करनी चाहिए।
हिरन सभी को प्रिय होता है। मुझे भी हिरन उसके कोमल स्वभाव के कारण पसंद है।