Essay on Eagle in Sanskrit
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गरुडः इति विषये संस्कृते निबन्धः।
गरुडः एकः बलवान् खगः अस्ति। सः विष्णोः वाहनम् अस्ति।
गरुडः एकः विशालः खगः। तस्य द्वौ महतौ पक्षौ स्तः। तस्य चञ्चुः अपि सुन्दरी अस्ति। सः एकः तेजस्वी पक्षी अस्ति।
गरुडः सर्वेषु खगेषु श्रेष्ठतमः। अतः सः खगानां राजा इति मन्यते। अतः ‘खगेश्वरः’ इति तस्य एकम् अन्यं नाम।
गरुडस्य पिता कश्यप-ऋषिः माता च विनता। पौराणिककथासु गरुडस्य नागानां च शत्रुतायाः विषये कथाः दत्ताः। गरुडः विनता च नागमातुः कद्रोः दासौ। यदा कद्रुः गरुडम् अमृतरसम् आनेतुम् आज्ञापयत्, तदा गरुडस्य श्रीविष्णोः च मेलनम् अभवत्।
गरुडः नागानां शत्रुः। सः सर्पान् भक्षयति। अतः ‘नागनाशकः’, ‘नागान्तकः’ तथा च ‘अहिरिपुः’ इति तस्य कानिचन नामानि।
गरुडः भारते देवतुल्यः। सः मुख्यः देवः नास्ति, तर्हि अपि सर्वेषां मनस्सु तस्य विषये आदरभावः वर्तते। गरुडगायत्रीमन्त्रः अपि अस्ति। तेन नकरात्मकतायाः नाशः भवति। एषः सः पवित्रमन्त्रः –
Essay on Eagle / Garuda
Garuda is a very powerful and mighty bird. He is the vehicle of Shri Vishnu.
Garuda is a massive bird. He has two great wings. His beak is also very beautiful. He is a very majestic bird. Garuda is the greatest bird. So he is also called the King of all birds. So ‘Khageshwara’ is another name of his.
Garuda’s father is Kashyapa Rishi and his mother is Vinata. Tales about the enmity between Garuda and the snakes have been given in the ancient stories. Garuda and Vinata were the slaves of the mother of the snakes, Kadru. Garuda and Shrivishnu first met when Kadru had ordered Garuda to bring the nectar of immortality, Amrita.
Garuda is the enemy of all snakes. He sometimes eats them. That is why ‘Naganashaka’, ‘Nagantaka’ and ‘Ahiripu’ are some of his other names.
Garuda is considered to be equal to a god in India. Although he is not a major god, Garuda holds respect in the minds of all Indians. The Gayatri Mantra of Garuda is also there. It is said to destroy all negativity. Following is that holy mantra –
गरुड पर निबंध
गरुड एक बहुत ही शक्तिशाली और शक्तिशाली पक्षी है। वे श्री विष्णु के वाहन हैं।
गरुड एक विशाल पक्षी है। उसके दो बड़े पंख हैं। उसकी चोंच भी बहुत खूबसूरत है। वह बहुत ही प्रतापी पक्षी है।
गरुड सबसे बड़ा पक्षी है। इसलिए उसे सभी पक्षियों का राजा भी कहा जाता है। ‘खगेश्वर’ उसका दूसरा नाम है।
गरुड के पिता कश्यप ऋषि हैं और उसकी माता विनता हैं। प्राचीन कथाओं में गरुड और सांपों के बीच शत्रुता के किस्से दिए गए हैं। गरुड और विनता नागों की माता कद्रू के दास थे। गरुड और श्रीविष्णु पहली बार मिले जब कद्रू ने गरुड को अमरता का अमृत अमृत लाने का आदेश दिया था।
गरुड सभी सांपों का दुश्मन है। वह कभी-कभी उन्हें खाता है। इसलिए ‘नागनशक’, ‘नागंतका’ और ‘अहिरिपु’ उसके कुछ अन्य नाम हैं।
भारत में गरुड को देवता के समान माना जाता है। वह एक प्रमुख देवता नहीं हैं, गरुड सभी भारतीयों के मन में सम्मान रखते हैं। गरुड का गायत्री मंत्र भी है। ऐसा कहा जाता है कि यह सभी नकारात्मकता को नष्ट कर देता है। वह पवित्र मंत्र निम्नलिखित है-