Essay On Navaratri in Sanskrit
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Video of Essay on Navratri in Sanskrit
नवरात्रम् / दुर्गापूजा इति विषये संस्कृते निबन्धः।
उत्सवप्रिये भारते एकः उत्सवः वर्षे अनेकवारं भवति। सः उत्सवः ‘नवरात्रम्’ इति। भारतस्य केषुचित् भागेषु उत्सवस्य नाम ‘दुर्गापूजा’ इति अस्ति। अस्मिन् उत्सवे देव्याः दुर्गायाः नवरूपाणां पूजा भवति। देव्याः एतानि नव रूपाणि ‘नवदुर्गाः’ इति कथ्यन्ते।
अयम् उत्सवः एकस्मिन् वर्षे चैत्रमासे तथा च अश्विनमासे भवति। यदा उत्सवः चैत्रमासे भवति, तदा विविधेषु भागेषु तस्य विविधानि नामानि भवन्ति। यथा – गुडी पाडवा, उगादि, आदिनामानि।
अश्विनमासस्य उत्सवस्य प्रमुखदेवता देवी दुर्गा अस्ति। प्रत्यकेस्मिन् दिने देव्याः भिन्नस्य रूपस्य पूजा भवति। तानि रूपाणि सन्ति – शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चन्द्रघण्टा, कूष्माण्डा, स्कन्दमाता, कात्यायनी, कालरात्रिः, महागौरी सिद्धिदात्री च।
सम्पूर्णभारते जनाः देवीं सम्पूर्णभक्त्या सम्पूजयन्ति। बहुषु स्थानेषु देव्याः लघुमन्दिराणि निर्मितानि। तत्र उत्सवः भव्यरूपेण भवति। मम गृहस्य समीपे अपि देव्याः लघुमन्दिरम् अस्ति। तत्र अहं, मम परिवारः, मम मित्राणि च गरबानृत्यं कर्तुं गच्छामः। देव्याः महापूजा अपि क्रियते। अस्य उत्सवस्य अयं प्रकारः सर्वप्रथमं गुजरातराज्ये प्रारभत।
नवरात्रं सम्पूर्णभारते आनन्दस्य कारणम्। नवरात्रस्य नवदिनेषु सर्वत्र वातावरणं मङ्गलमयं भवति।
Essay On Navaratri / Durga Puja
In the country of festivals, India, there is one festival which occurs a couple of times. This festival is Navaratri. In some parts of India, it is also called ‘Durga Puja’. The nine forms of Goddess Durga are worshipped in this festival. These nine forms of the Goddess are called the ‘Navadurgas’.
This festival happens in the months of Chaitra and Ashwin of the same year. When this festival occurs in the month of Chaitra, it is known by different names. Some call it Gudi Padwa, Ugadi or Chaitra Navaratri.
The main deity of this festival in Ashwin month is Goddess Durga. On each day, a different form of the Goddess is worshipped. These forms are – Goddess Shailaputri, Goddess Brahmacharini, Goddess Chandraghanta, Goddess Kushmanda, Goddess Skandamata, Goddess Katyayani, Goddess Kalaratri, Goddess Mahagauri and Goddess Siddhidatri.
Everywhere people worship the Goddess with complete devotion. Small temples (pandals) of the Goddess are constructed in many places. The festival is celebrated in a grand way.
Every year a Pandal of Goddess Durga is erected near my home. Me, my family and my friends go there to perform Aarti of the Goddess. Garba (a Gujarati folk dance) is also performed. This kind of celebration of Navaratri festival originated in Gujarat.
The festival of Navaratri is a source of happiness for all Indians. The nine days of Navaratri bring with them a long-lasting auspiciousness.
नवरात्रि / दुर्गा पूजा पर निबंध
उत्सवप्रिय भारत में एक ऐसा त्योहार है एक वर्ष में अनेक बार होता है। वह पर्व है नवरात्रि। भारत के कुछ भागों में, इसे ‘दुर्गा पूजा’ भी कहा जाता है। इस पर्व में माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। देवी के इन नौ रूपों को ‘नवदुर्गा’ कहा जाता है।
यह त्योहार चैत्र और अश्विन के मासों में एक ही वर्ष में होता है। चैत्र मास में जब यह पर्व आता है तो इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है। जैसे – गुड़ी पड़वा और उगादी शामिल हैं।
अश्विन मास के त्योहार की मुख्य देवता देवी दुर्गा हैं। प्रत्येक दिन, देवी के एक अलग रूप की पूजा की जाती है। वे रूप हैं – देवी शैलपुत्री, देवी ब्रह्मचारिणी, देवी चंद्रघंटा, देवी कूष्मांडा, देवी स्कंदमाता, देवी कात्यायनी, देवी कालरात्रि, देवी महागौरी और देवी सिद्धिदात्री।
सभी लोग पूरी भक्ति के साथ देवी की पूजा करते हैं। त्योहार के लिए कई जगहों पर पंडालों का निर्माण किया जाता है। वहाँ यह पर्व भव्य रूप से मनाया जाता है। मेरे घर के पास भी माँ दुर्गा का एक पंडाल होता है। मैं, मेरा परिवार और मेरे दोस्त वहाँ गरबा खेलने जाते हैं। देवी की आरती भी की जाती है। उत्सव के इस तरह के मनाने की शुरुआत सबसे पहले गुजरात में हुई थी।
नवरात्रि का पर्व सभी भारतीयों के लिए खुशी लाता है। नवरात्रि के नौ दिन अपने साथ मंगलमय वातावरण लेकर आते हैं।