Essay on Republic Day of India in Sanskrit
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गणतन्त्रदिनम् इति विषये संस्कृते निबन्धः।
भारतदेशस्य अतिप्राचीनः इतिहासः। परम् गतशतकेषु भारते आङ्ग्लशासनं शास्ति स्म। एतस्मात् भारतं ‘१९४७’ तमे वर्षे मुक्तिं प्राप्नोत्। परं, सत्यरूपेण लोकशासिते गणतन्त्रे भारतस्य रूपान्तरणं ‘१९५०’ तमे वर्षे अभवत्।
सत्यं तु अस्ति यत् संविधानं ‘२६ नवंबर् १९४९’ इति दिनाङ्के स्वीकृतम्। परन्तु एतत् ‘२६ जानेवारी १९५०’ इति दिनाङ्कात् कार्यान्वितम्। अतः तस्मिन् दिने प्रतिवर्षं गणतन्त्रदिनं भवति।
गणतन्त्रदिने नवदेहल्यां महान् कार्यक्रमः आयुज्यते। प्रथमं तु तत्र ध्वजवन्दनं भवति। राष्ट्रपत्या सम्पूर्णाय देशाय सन्देशः दीयते। अपि च, मुख्यतः सैनिकानां सञ्चलनं भवति। शोभायात्रा अपि क्रियते, यस्यां बहुभिः राज्यैरपि भागः गृह्यते। एषः उपक्रमः विशेषतः बालकेभ्यः रोचते।
प्रत्येकस्मिन् विद्यालयेऽपि गणतन्त्रदिनाय आयोजनं क्रियते। सांस्कृतिककार्यक्रमेषु बालकाः उत्साहेन गीतं नृत्यं च देशभक्तिविषयकं दर्शयन्ति। मम विद्यालये वयं सर्वे छात्राः एतेषु कार्यक्रमेषु भागं गृह्णीमः।
प्रत्येकगणतन्त्रदिने अहं अस्माकं पूर्वजैः कृतं परिश्रमं स्मरामि। प्रत्येकवर्षस्य गणतन्त्रदिने मम देशभक्तिः वर्धते।
Essay on Republic Day
India has a very ancient history. However, in the recent centuries, it was under the governance of the British. India got independence from the British in 1947. However, India truly transformed into a republic of the people in 1950.
The reality is that the Indian Constitution was actually adopted by the Constituent Assembly on 26 November 1949. However, it came into effect in the actual political system of India from 26 January 1950. This is why we celebrate Republic Day on that date.
A great celebration is organized in New Delhi on Republic Day. First of all, the flag is unfurled. Then, the President addresses the whole nation. Also, a great parade of the soldiers takes place. Afterwards, a procession of different floats also takes place. This is especially loved by children.
A function is also organized in every school on Republic Day. Children enthusiastically showcase patriotic songs or dancing in the cultural programs. In my school, we all students take part in such functions.
Each Republic Day, I remember all the sacrifices made by our ancestors so that we could live in self-governance. With each passing Republic Day, my love for my country grows.
गणतंत्र दिवस पर निबंध
भारतदेश का एक अतिप्राचीन इतिहास है। परन्तु, बीते हुए शतकों में, भारत अंग्रेज़ों से शासित था। भारत को अंग्रेज़ों से १९४७ में मुक्ति प्राप्त हुई। परंतु, भारत का एक लोकतंत्र या गणतंत्र में परिवर्तन सत्य में १९५० में हुआ।
सत्य यह है कि भारतीय संविधान को वास्तव में २६ नवंबर १९४९ को अपनाया गया था। किंतु, यह २६ जनवरी १९५० से भारत की राजनीतिक व्यवस्था में लागू हुआ। यही कारण है कि हम उस तारीख को गणतंत्र दिवस मनाते हैं।
गणतंत्र दिवस के दिन नई दिल्ली में शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। सबसे पहले ध्वजवंदन किया जाता है। इसके बाद राष्ट्रपति पूरे देश को संबोधित करते हैं। साथ ही, सैनिकों का एक शानदार संचलन होता है। इसके बाद विभिन्न झाँकियों की शोभायात्रा भी होती है। यह विशेष रूप से बच्चों को बहुत पसंद होती है।
गणतंत्र दिवस पर हर विद्यालय में कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बच्चे उत्साहपूर्वक देशभक्ति के गीत या नृत्य प्रस्तुत करते हैं। मेरे विद्यालय में हम सभी विद्यार्थी ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।
प्रत्येक गणतंत्र दिवस, मैं अपने पूर्वजों द्वारा किए गए परिश्रम को याद करता/करती हूँ। प्रत्येक गणतंत्र दिवस के समय, मेरी देशभक्ति बढ़ती है।