Essay on Snake in Sanskrit
Table of Contents
Video of Essay on Snake in Sanskrit
सर्पः इति विषये संस्कृते निबन्धः।
अस्मिन् जगति नैके विशेषाः पशवः वर्तन्ते। तेषु एकः सर्पः अस्ति। सर्पः मण्डूकान् मूषकान् च खादति। सर्पस्य अन्यानि नामानि अपि सन्ति। यथा – भुजङ्गः अहिः च।
सर्पः विशेषः पशुः अस्ति, यतः तस्य भुजौ पादौ च न सन्ति। अतः सः शरीरेण सरति। अन्या एका विशेषता अस्ति, यत् सर्पः जिह्वया घ्राति।
नैके सर्पाः विषं धारयन्ति। परं सर्वे सर्पाः तादृशाः न सन्ति। हरिताः सर्पाः विषं न धारयन्ति। ‘कोब्राऽ इति प्रसिद्धस्य विषधारकस्य सर्पस्य नाम। परं सर्पाणां विषस्य औषधेषु उपयोजनं कर्तुं शक्यते।
सर्पः भारतीय-संस्कृत्याः महत्त्वपूर्णाः भागाः सन्ति। ‘नागपञ्चमी’ इति सर्पाणां विषये प्रसिद्धः उत्सवः। अयम् उत्सवः भारतस्य बहूनां राज्यानां संस्कृतेः भागः अस्ति। अस्मिन् उत्सवे सर्पस्य पूजा कृता।
सर्पस्य उल्लेखः पौराणिककथासु अपि अस्ति। भगवान् शिवः सर्पं तस्य कण्ठे धारयति। भगवान् विष्णुः अपि सर्पस्य उपरि शेते। अन्यानां नागानाम् अपि उल्लेखः पौराणिककथासु अस्ति। यथा – देवी मनसा तथा च तक्षकः।
सर्पाः पर्यावरणाय महत्त्वपूर्णाः। तेषां हत्या न करणीया। वयं सर्वे सर्पाणां मित्राणि भवेम।
Essay on Snake
There are many unusual and special animals in this world. One of them is the snake. The snake eats frogs and mice. The Snake has other names too. E.g. – Bhujanga and Ahi.
The snake is an unusual animal because it does not have any limbs. That is why it slithers on the ground using its entire body. Another special quality of the snake is that it smells using its tongue.
There is venom in many kinds of snakes. But it is not there in all of them. Green snakes do not have any venom. The cobra is one of the most famous venomous snakes. However, the venom of snakes can also be used in various medicines.
Snakes are an important part of the culture of India. Nag Panchami is a famous festival about snakes. This festival is a part of many states of India. In this festival, the snake is worshipped.
The snake is mentioned in the ancient stories too. Shree Shiva has a snake around his neck. Shree Vishnu also rests on a snake. Many other snakes have been written about in the ancient stories too. E.g. – Goddess Manasa and Takshaka.
The snake is important for the environment. We should not hunt them. We must all become the friends of snakes.
साँप पर निबंध
इस दुनिया में कई अनोखे और खास जानवर हैं। उन्हीं में से एक है साँप। साँप मेंढकों और चूहों को खाता है। साँप के अन्य नाम भी हैं। उदा. – भुजंगा और अही।
साँप एक असामान्य जानवर है क्योंकि उसके पास कोई अंग नहीं है। इसलिए यह अपने पूरे शरीर का उपयोग करके जमीन पर फिसल जाता है। साँप का एक और खास गुण यह है कि यह अपनी जीभ से सूंघता है।
कई तरह के साँपों में जहर होता है। लेकिन यह उन सभी में नहीं है। हरे साँपों में कोई विष नहीं होता है। कोबरा सबसे प्रसिद्ध विषैले साँपों में से एक है। साँपों के जहर का इस्तेमाल कई तरह की दवाओं में भी किया जा सकता है।
साँप भारत की संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। नाग पंचमी साँपों के बारे में एक प्रसिद्ध त्योहार है। यह त्यौहार भारत के कई राज्यों का हिस्सा है। इस पर्व में नाग की पूजा की जाती है।
प्राचीन कथाओं में भी साँप का उल्लेख है। श्री शिव गले में साँप धारण करते हैं। श्री विष्णु भी सर्प पर विराजमान हैं। प्राचीन कथाओं में और भी कई साँपों के उदाहरण हैं। उदा. – देवी मनसा और तक्षक।
साँप पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण है। हमें उनका शिकार नहीं करना चाहिए। हम सभी साँपों के मित्र बनने चाहिए।