संस्कृत श्लोकाः
General Sanskrit Shlokas
Shlokas are verses in poetic form. They are composed in a specific way, having a specific number of lines, with specific number of words per line.
Usually they are made of quarter-verses of 8 syllables each, or of two half-verses of 16 syllables each.
General Sanskrit Shlokas with Transliteration along with English and Hindi meaning are listed here for anyone interested, to learn and understand.
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
vakratuṇḍa mahākāya sūryakoṭi samaprabha।
nirvighnaṃ kuru me deva sarvakāryeṣu sarvadā॥
भावार्थ
हे भगवान गणेश, जिनका मुख वक्र है, जो हाथी के जैसे विशालकाय हैं, जिनका तेज करोड़ों सूर्यों के समान है, मेरे सर्व कार्य बिना विघ्न के पूर्ण हो, ऐसी मैं प्रार्थना करता/करती हूँ।
Meaning in English
O Ganesha, the great one who has a curved elephant trunk, a huge body and whose brilliance is equal to millions of Suns, may you always remove obstacles from all my endeavours.
Video of Sanskrit Shloka वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती।
करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम्॥
karāgre vasate lakṣmīḥ karamadhye sarasvatī।
karamūle tu govindaḥ prabhāte karadarśanam॥
भावार्थ
हाथ (हथेली) के अग्रभाग में लक्ष्मी देवी, मध्यभाग में सरस्वती देवी और मूलभाग में भगवान गोविंद निवास करते हैं। इसलिए सुबह उठकर अपनी हथेली देखकर देवताओं की प्रार्थना करनी चाहिए।
Meaning in English
On our palm, Goddess Lakshmi resides at the top, Goddess Saraswati in the middle and Bhagwan Govind at the base. One should pray in the morning by looking at one's palm.
Video of Sanskrit Shloka कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती।
शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यं धनसम्पदा।
शत्रुबुध्दिविनाशाय दीपज्योतिर् नमोस्तुते॥
śatrubudhdivināśāya dīpajyotir namostute॥
I pay my salutation to the light which brings auspiciousness, prosperity, good health, wealth & destroys inimical feelings.
जो कल्याण करती है, रोगमुक्त रखती है, धनसंपदा देती है, विपरीत बुद्धी का नाश करके सही मार्ग दिखाती है, ऐसी दिव्य ज्योती को मेरा नमस्कार ।
गङ्गे च यमुने चैव गोदावरि सरस्वति।
नर्मदे सिन्धु कावेरि जलेऽस्मिन् सन्निधिं कुरु॥
gaṅge ca yamune caiva godāvari sarasvati।
narmade sindhu kāveri jale’smin sannidhiṃ kuru॥
O’ Holy rivers, Ganga, Yamuna, Godavari, Saraswati, Narmada, Sindhu, Kaveri ! Please be present in this water that I am bathing in & make it holy.
स्नानमंत्र – हे गंगा, यमुना, गोदावरी, सरस्वती, नर्मदा, सिन्धु, कावेरी नदियों ! कृपया, मेरे स्नान करने के इस जल मेंआप उपस्थित रहें और इसे पवित्र बनायें।
Video of Sanskrit Shloka गङ्गे च यमुने चैव गोदावरि सरस्वति।
नमस्ते शारदे देवि काश्मीरपुरवासिनि। त्वामहं प्रार्थये नित्यं विद्यादानं च देहि मे॥
tvāmahaṃ prārthaye nityaṃ vidyādānam pradehi me॥
O’ Goddess Sharada! Salutations to you! O’ Goddess, one who resides in Kashmir, I pray to you daily, please grant me knowledge.
हे शारदा देवी! काश्मीरपुर में निवास करने वाली! मैं आपसे नित्य प्रार्थना करती हूँ, मुझे विद्या का दान दीजिए।
हे जगदीश! कृपामय बन्धो! हे बलधाम! सुधारससिन्धो!
तवपदकमले वयं नमामः। तव शुभनाम सदा गायामः।
tavapadakamale vayaṃ namāmaḥ। tava śubhanāma sadā gāyāmaḥ।
O! Lord of the universe, the benevolent friend!
O! Lord, the abode of strength, the ocean of nectar!
We bow at your lotus feet, we sing your beneficent names.
हे जगत के स्वामी! कृपालु मित्र! हे शक्ति के आश्रय! अमृत रस के सागर!
आपके चरण कमलों में हम प्रणाम करतें हैं। आपके कल्याणकारी नाम को हम सदा गाते हैं।
अहल्या द्रौपदी सीता तारा मन्दोदरी तथा।
पञ्चकन्याः स्मरेन्नित्यं महापातकनाशनम्।
ahilyā draupadī sītā tārā mandodarī tathā।
pañcakanyāḥ smarennityaṃ mahāpātakanāśanam।
Ahilya (wife of Sage Gautama), Draupadi (wife of Pandavas), Sita (wife of Lord Rama), Tara (wife of King Vali) and Mandodari (wife of Ravana).
Remember these five famous personalities regularly as their character can provide strength for us to get rid of our sins.
अहिल्या (गौतम ऋषि की पत्नी), द्रौपदी (पांडवों की पत्नी), सीता (श्रीरामचंद्र की पत्नी), तारा (राजा वाली की पत्नी), और मंदोदरी (रावण की पत्नी) इन पाँचों के नित्य स्मरण से महापातक का नाश होता है।
यया विना जगत्सर्वं मूकं च मुखवत् सदा।
या देवी वागधिष्ठात्री तस्यै वाण्यै नमो नमः॥
yayā vinā jagatsarvaṃ mūkaṃ ca mukhavat sadā।
yā devī vāgadhiṣṭhātrī tasyai vāṇyai namo namaḥ॥
Without whom the entire world will be speechless and dumb inspite of having a mouth, O’ Goddess Saraswati, the Goddess of Speech, I pray to you.
जिसके बिना सारा जग मुँह होकर भी सदैव मूक जैसा है, हे वाणी की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती, आपको मैं नमन करता / करती हूँ।
सर्वे भवन्तु सुखिनः।
सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु।
मा कश्चिद् दुःखभाग्भवेत्।
ओम् शान्तिः शान्तिः शान्तिः।
sarve bhadrāṇi paśyantu। mā kaścid duḥkhabhāgbhavet।
om śāntiḥ śāntiḥ śāntiḥ।
May everybody be happy. May everybody be free from illness. May everybody see all auspicious things. May no one suffer. Om Shanti (Peace) Shanti (Peace) Shanti (Peace).
सभी लोग सुखी हो जाएँ। सभी लोग रोगमुक्त रहें। सभी लोग मंगल घटना देखें। कोई दुःख का भागी ना बनें। ओम् शान्ति शान्ति शान्ति।
Guru Shlokas
List of Guru Shlokas in Sanskrit. | श्लोकः - …Goddess Durga Shlokas
Goddess Durga shlokas in Sanskrit with translation in English …
Guru Shlokas
Goddess Durga Shlokas
Grammar
- Sanskrit Letters | वर्णाः
- Sanskrit Words - पदानि (padāni)
- sandhiḥ | सन्धिः
- samāsaḥ | समासः